मौत का जिम्मेदार कौन?


           
                                     खराब  वेंटिलेटर



एक तरफ कोरोना अपना कहर सारी दुनिया पर बरपा रहा है और हमारे देश में भी यह  अपने पैर पसार रहा है तो वही दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल और उड़ीसा में हमपान साइक्लोन ने भारी तबाही मचा दी है।

यह वक्त इंसानियत के लिए बहुत मुश्किल साबित हो रहा है, मगर ऐसे मुश्किल दौर में भी कुछ लोग अभी भी लोगों की जानो के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उनको यह समझ नहीं है कि इस वक्त किसी भी तरह का कोई गलत काम कितने लोगों की जान ले सकता है।
 डॉक्टर्स के मुताबिक  हमारे सामने कोरोना से बचने के लिए एक तरीका था जो कि टेस्ट था। ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कराना ही सबसे ज्यादा जरूरी  है उसके लिए ज्यादा से ज्यादा टेस्ट किट का होना भी आवश्यक है ।

 टेस्ट किट मंगाई गई लेकिन बाद में कई सारे अखबार और कुछ चैनल ने भी रिपोर्ट दी की टेस्ट किट नकली हैं यह बात उस वक़्त की थी जब कोरोना को हमारे देश में लगभग 20 दिन हुए थे।
 मगर आज फिर  उससे ज्यादा खतरनाक खबर यह आ रही है कि वेंटिलेटर जोकि सबसे ज्यादा सीरियस मरीज के लिए वेंटिलेटर ही एक आखिरी रास्ता होता है अगर कोई मरीज सबसे खराब कंडीशन में आ जाता है तो उसको वेंटिलेटर की जरूरत होती है ।

 राजस्थान महाराष्ट्र मध्य प्रदेश के बाद सबसे ज्यादा असर गुजरात में कोरोना ने दिखाना शुरू किया वहां रोज बहुत सारे मरीज सामने आ रहे हैं और  मर भी रहे हैं।

 इस हाहाकार वाले समय में गुजरात से यह खबर आती है की वेंटिलेटर जो कि मरीज की आखिरी उम्मीद होती है नकली हैं इसकी रिपोर्ट को  अलग-अलग अखबार अहमदाबाद मिरर, द वायर वगैरह ने छापा है।


 (ज्यादा जानकारी के लिए आप गूगल पर द वायर रिपोर्ट एंड अहमदाबाद मिरर की रिपोर्ट देख सकते हैं।)



 रिपोर्ट में फेक वेंटीलेटर के साथ-साथ अलग-अलग खुलासे सामने आए जिनमें  खुलासा यह भी है की जिस कंपनी को यह ऑर्डर दिया गया था उसमें कुछ बड़े नेताओं की हिस्सेदारी भी होती है और उस कंपनी के मालिक के हमारे नेताओं से घनिष्ठ संबंध है।

  मुझे यह समझ नहीं आ रहा इतने मुश्किल हालात में लोग अभी भी अपने फायदे के लिए लोगों की जान को सूली पर चढ़ाने तैयार है,  जिन लोगों ने इन वेंटिलेटर पर अपनी जान दी है उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है? कुछ डॉक्टर कहते हैं की असल में यह वेंटिलेटर है ही नहीं, यह वेंटिलेटर का फर्स्ट प्रारूप है जोकि वेंटिलेटर नहीं है।

पांडुचेरी के मुख्यमंत्री ने इन वेंटिलेटर के आर्डर को रद्द कर दिया है 

 अब सवाल यह उठता है कि जिन लोगों की मौत हुई है उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है? क्या आखिर इस देश में यही होता रहेगा ? क्या इस देश में लोग बेवकूफ ही बनकर रहेंगे? क्या ऐसे ही सब घोटाले होते चले जाएंगे और हम चुप रहेंगे  ? क्या हम कभी नहीं बोलेंगे कि क्या गलत हो रहा है ?और क्या होना चाहिए ? क्या कभी गलत के खिलाफ आवाज नहीं उठाएंगे ? अगर नहीं उठाएंगे तो आज किसी और के साथ हुआ है कल आप भी का सामना करने के लिए तैयार हो जाएं और मौत को दावत दे अपने घर।

 बड़ा अफसोस है कि जो लोग देश की तरक्की की बातें करते हैं वही देश को अंदर से कंगाल करते चले जा रहे हैं आखिर कब तक चलेगा क्या सब कुछ ऐसे ही चलेगा ?

 जिम्मेदार कौन है???

  एक असली  भारतवासी बनिए।

 और अगर सिर्फ फेसबुक , व्हाट्सएप इसी पर देशभक्ति दिखानी है तो दिखाते रहिए एक दिन आएगा के रोते रहेंगे लेकिन तब तक सब कुछ बर्बाद हो चुका होगा।
 नागरिक बनिए राजनीति से बाहर निकलिए वरना आप अपनी आंखों के सामने अपना देश बर्बाद होता हुआ देखेंगे और आपको लगेगा कि सब कुछ ठीक है

  होश में आइए ।


कलीम पाशा ✍

चित्रकार/ शायर


         





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